भारत का सबसे विशाल किला चित्तौड़गढ़ किला है। यह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित है चित्तौड़ का किला उदयपुर के पास ही स्थित है। यह एक विश्व धरोहर है।
चित्तौड़गढ़ का किला UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है किले के अंदर ही दो ऊँचे स्तंभ भी बनाए गए हैं जो कि देखने में बेहद ही सुंदर हैं। इन स्तंभ को कीर्ति स्तंभ और विजय स्तंभ के नाम से जाना जाता है।
चित्तौड़गढ़ के किले के अंदर ही जौहर कुंड बनाया गया है। प्राचीन काल में चित्तौड़गढ़ किले पर कई बार हमला किया जा चुका है और इस किले को बचाने के लिए राजपूत शासकों ने अपनी कुर्बानी दी है। रानी पद्मिनी को हासिल करने के लिए इस किले पर अल्लाउद्दीन खिलजी द्वारा चित्तौड़गढ़ किले में आक्रमण किया गया। तब रानी पद्मिनी ने महल की अन्य महिलाओं के साथ इसी जौहर कुंड (अग्नि के कुंड) में कूद कर अपनी जान दे दी थी।
2. लाल किला ( Red Fort )
लाल किला न केवल वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है बल्कि भारतीय इतिहास की कुछ सबसे अहम घटनाओं का साक्षी भी है। लाल किला मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया था
लाल किला दिल्ली के केन्द्र में यमुना नदी के तट पर स्थित है, जो कि तीनों तरफ से यमुना नदीं से घिरा हुआ है । इस किले के निर्माण कार्य की शुरुआत मुगल सम्राट शाहजहां द्धारा सन 1638 में करवाई गई थी।इस किले के निर्माण कार्यलगभग 10 वर्ष चला एवं 1948 में बनकर तैयार हुआ।
17वीं शताब्दी तक लाल किले पर मुगल बादशाहो का शासन था। एवं 18वीं सदी में अंग्रेजों ने लाल किले पर अपना कब्जा जमा लिया और इसे किले में जमकर लूट-पाट की।भारत की आजादी के बाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराया था।
आजादी के पश्चात लाल किले का इस्तेमाल सैनिक प्रशिक्षण के लिए किया जाने लगा और वहीं इसके वास्तुकला और भव्यता की वजह से लाल किला को 2007 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। और फिर यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रुप में मशहूर हुआ ।
03. ग्वालियर का किला ( Gwalior Fort )
ग्वालियर का किला भारत के प्रसिद्ध और सबसे बड़े किलो में से एक है। एवं ग्वालियर शहर का प्रमुख स्मारक है।