FAMOUS AND BIGGEST FORTS IN INDIA OR भारत के प्रसिद्ध और सबसे बड़े किले

 


      भारत में गौरवशाली अतीत और उत्कृष्ट शिल्प कौशल के प्रमाण के रूप में खड़े किले लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं। देश में इन किलों के इतिहास का उल्लेख महत्वपूर्ण अध्यायों में मिलता है और उनमें से कई की दिलचस्प कहानियां हैं।

     भारत के विशाल किलों ने महान राजाओं और  युद्धों को देखा है आज  भारत कई में किले होंगें लेकिन उनमे से कुछ किले इतने विशाल है जिनका अंदाजा ही नही लगाया जा सकता है। भारत के सबसे बड़े किले विशाल होने के साथ भव्यता और वास्तुकला से भी भरपूर है !

     आइये जानते है भारत के  प्रसिद्ध और सबसे बड़े किलों के बारे में -

1. चित्तौड़गढ़ किला ( Chittorgarh Fort )

भारत का सबसे विशाल किला चित्तौड़गढ़ किला  है। यह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित है चित्तौड़ का किला उदयपुर के पास ही स्थित है। यह एक विश्व धरोहर है। 


     7 वीं शताब्दी में मौर्य शासकों द्वारा चित्तौड़गढ़ का किला  निर्मित कराया गया। किला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में 180 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है और लगभग 700 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह किला विशाल दीवार से घिरा हुआ है

     चित्तौड़गढ़ का किला UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है किले के अंदर ही दो ऊँचे स्तंभ भी बनाए गए हैं जो कि देखने में बेहद ही सुंदर हैं। इन स्तंभ को कीर्ति स्तंभ और विजय स्तंभ के नाम से जाना जाता है।


    चित्तौड़गढ़ के किले के अंदर ही जौहर कुंड बनाया गया है। प्राचीन काल में चित्तौड़गढ़ किले पर कई बार हमला किया जा चुका है और इस किले को बचाने के लिए राजपूत शासकों ने अपनी कुर्बानी दी है। रानी पद्मिनी को हासिल करने के लिए इस किले पर अल्लाउद्दीन खिलजी द्वारा चित्तौड़गढ़ किले में आक्रमण किया गया। तब रानी पद्मिनी ने महल की अन्य महिलाओं के साथ इसी जौहर कुंड (अग्नि के कुंड) में कूद कर अपनी जान दे दी थी।


2. लाल किला ( Red Fort )


       लाल किला केवल वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है बल्कि भारतीय इतिहास की कुछ सबसे अहम घटनाओं का साक्षी भी है। लाल किला मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया था

        


           लाल किला दिल्ली के केन्द्र में यमुना नदी के तट पर स्थित है, जो कि तीनों तरफ से यमुना नदीं से घिरा हुआ है । इस किले के निर्माण कार्य की शुरुआत मुगल सम्राट शाहजहां द्धारा सन 1638 में करवाई गई थी।इस किले के निर्माण कार्यलगभग 10 वर्ष चला एवं 1948 में बनकर तैयार हुआ।


           17वीं शताब्दी तक लाल किले पर मुगल बादशाहो का शासन था। एवं 18वीं सदी में अंग्रेजों ने लाल किले पर अपना कब्जा जमा लिया और इसे किले में जमकर लूट-पाट की।भारत की आजादी के बाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराया था


           आजादी के पश्चात लाल किले का इस्तेमाल सैनिक प्रशिक्षण के लिए किया जाने लगा और वहीं इसके वास्तुकला और भव्यता की वजह से लाल किला को 2007 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। और फिर यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रुप में मशहूर हुआ 


03. ग्वालियर का किला ( Gwalior Fort )


               ग्वालियर का किला भारत के प्रसिद्ध और सबसे बड़े किलो में से एक है। एवं ग्वालियर शहर का प्रमुख स्मारक है।



           ग्वालियर किले का निर्माण आठवीं शताब्दी में राजा सूरजसेन द्वारा किया गया था। ग्वालियर का किला 'भारत के किलो में मोती' माना जाता है। इस किले के निर्माण के बाद कई राजाओं, मुगल शासकों और ब्रिटिश सरकार ने भी यहां शासन किया। 

           एक ऊंचे पठार पर बने इस किले को बलुआ पत्थर द्वारा बनाया गया है। राजा- महाराजाओं ने आक्रमणकारियों से अपने महल की रक्षा हेतु बनाया था, इसलिए इसका निर्माण बहुत ही रक्षात्मक ढंग से किया गया है।

          विश्व में शून्यका दूसरा सबसे प्राचीनतम रिकॉर्ड ग्वालियर के मंदिर से ही प्राप्त किया गया है। किले में स्थित एक मंदिर की दीवार पैर शून्य '0' को उकेरा गया था।ग्वालियर का किला अपनी अद्भुद कलाकृति एवं भव्यता के लिए जाना जाता है।यहां के मंदिरों की मूर्ति, इसकी वास्तु कला एवं यहां की भव्यता इसके संस्कृति का एक महत्वपूर्ण चित्रण करती है। 

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